शिक्षा एवं स्वास्थ्य विषय पर मंत्री समूह की बैठक में आये महत्वपूर्ण सुझाव चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग की अध्यक्षता में हुई बैठक

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिये शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करने के मकसद से आज चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मंत्री समूह की बैठक हुई। बैठक में मंत्रीगण ने उपयोगी सुझाव दिये।

वीडियो कांन्फ्रेंस में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा कि शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिये निजी और सरकारी स्कूल के बीच नॉलेज शेयरिंग होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक जैसी प्रकृति के शिक्षा से जुड़े विभागों के बीच नॉलेज कार्पोरेशन भी बनाये जाने की जरूरत है। उन्होंने प्रदेश में कम से कम एक को वर्ल्ड क्लास स्तर की मेडिकल यूनिवर्सिटी में अपग्रेड किये जाने की आवश्यकता बतायी। श्री सारंग ने कहा कि शिक्षा से जुड़े सभी विभागों के बीच कम से कम हर तीन महीने में उचित फोरम पर चर्चा किये जाने की आवश्यकता है। इस चर्चा में सामने आएं सुझाव पर हम प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार कर सकेंगे।

उच्च शिक्षा मंत्री श्री मोहन यादव ने सुझाव दिया कि हाल ही में घोषित नई शिक्षा नीति को जन-सामान्य तक पहुँचाने के लिये विषय-विशेषज्ञों के व्याख्यान कराए जाने चाहिए। उन्होंने प्रदेश में व्याख्यानों की श्रंखला 5 सितम्बर शिक्षक दिवस से 25 सितम्बर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के मध्य कराये जाने का सुझाव दिया। संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने शिक्षा कार्य से जुड़े शिक्षकों की ड्यूटी अन्य कार्यों में न लगायें जाने का सुझाव दिया। मंत्रीगण ने स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूती देने के लिये अधोसरंचना के विकास से संबंधित उपयोगी सुझाव दिये। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री इंदर सिंह परमार ने सुझाव दिया कि प्रदेश में आदिम जाति कल्याण और स्कूल शिक्षा विभाग की शिक्षण संस्थाओं पर किसी एक विभाग द्वारा प्रशासकीय नियंत्रण किया जाना उपयोगी होगा। मंत्रीसमूह के अन्य सदस्य महिला एवं बाल विकास श्रीमती इमरती देवी, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी , पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रामखेलावन पटेल, आयुष राज्य मंत्री श्री रामकिशोर कांवरे (नानो) और राज्य मंत्री नगरीय विकास एवं आवास विभाग श्री ओ.पी.एस भदौरिया ने भी सुझाव दिये।

बैठक के प्रारंभ में अपर मुख्य सचिव श्री मोहम्मद सुलेमान ने स्वास्थ्य विभाग, प्रमुख सचिव श्री अनुपम राजन ने उच्च शिक्षा विभाग से संबंधित, प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरूण शमी ने स्कूल शिक्षा और प्रमुख सचिव श्रीमती करलिन खोंगवार ने कौशल विकास एवं टेक्निकल एजुकेशन के संबंध में अपने विभाग से संबंधित अनुशंसाओं का प्रजेन्टेशन दिया।

मालवा अभीतक की ताजा खबर सीधे पाने के लिए : 
ताज़ा ख़बर पाने के लिए एंड्राइड एप्लीकेशन इनस्टॉल करें :

हनुमान जयंती पर खेड़ापति मारुति मंदिर में लगा भक्तों का तांता, महाआरती में शामिल होकर लिया आशीर्वाद     |     ट्रक ने बाइक में मारी टक्कर दो युवकों की हुई दर्दनाक मौत ,बल्देवगढ़ के कैलपुरा गांव में हुआ हादसा     |     बस्तर के हेमचंद मांझी को पद्मश्री पुरस्कार, CM विष्णु देव साय ने दी अपनी शुभकामनाएं     |     जबलपुर: नवनियुक्त डीन डॉक्टर नवनीत सक्सेना ने संभाला पदभार     |     सिंधिया के लिए चुनाव अभियान में जुटी प्रियदर्शनी, ग्रामीण बच्चे के साथ खेला कैरम, खूब लगाए शॉट     |     इंदौर के चिड़ियाघर में रतलाम से लाई गई मादा तेंदुए की हालत में अब सुधार है। मादा तेंदुए को गंभीर हालत में इलाज के लिए इंदौर के अस्पताल में भेजा गया था। पूरा मामला रतलाम फॉरेस्ट रेंज का है जहां बरोदा कुल गांव से एक मादा तेंदुए गंभीर घायल हालत में रेस्क्यू किया गया था और उसे इंदौर के चिड़ियाघर इलाज के लिए भेजा गया था। इस मामले में इंदौर जू प्रभारी उत्तम यादव ने बताया कि इसकी मरणासन्न स्थिति थी। मादा तेंदुए को शरीर में काफी चोटे थी। साथ ही इसे गर्मी के कारण डीहाइड्रेशन भी था और काफी समय से शिकार भी नहीं किया था। पर अब हालात में सुधार है। ये चलने फिरने लग गई है। उसकी उम्र लगभग 10 से 12 वर्ष है और इसी कारण रिकवर करने में थोड़ी तकलीफ आ रही है और हम फिर भी इलाज कर रहे हैं।     |     मौत के मुंह से लौटी मादा तेंदुआ, रतलाम से गंभीर हालत में लाई गई थी इंदौर     |     जंगल में मोर का शिकार कर रहे दो शिकारी वन अमले ने पकड़े, 6 चकमा देकर हुए फरार…     |     जब मौत के बाद बेटी की शादी में पक्षी बनकर पहुंचे पिता, सभी लोग हो गए हैरान…     |     स्कूल में 11वीं की छात्रा की संदिग्ध मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप…     |    

Don`t copy text!
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए सम्पर्क करें