शाजापुर । गांव में चिकित्सकों की कमी को देखते हुवे केंद्र सरकार एक नया कानून बना कर आयुष चिकित्सकों को 6 माह की कम्युनिटी मेंडिसिन का ब्रिज कोर्स करवाकर गांव की चिकित्सकीय व्यवस्था आयुष को सोंपने की योजना है जिसका विरोध देश भर में इंडियन मेडिकल संघ ने किया । अब देश भर के करीब सात लाख से अधिक आयुष चिकित्सक इस बिल के समर्थन में मैदान में आ गए है । गुरुवार को म.प्र.आयुष चिकित्सक कमेटी के बेनर तले जिले के आयुष चिकित्सकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सोंपा और केंद्र सरकार से इस बिल को जल्द पास करवाने की मांग की गई ।ज्ञात हो की मंगलवार को लोक सभा में स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने नया नेशनल मेडिकल कौंसिल बिल पेस किया इस बिल में यह प्रवधान है की गाँवो में चिकित्सक की कमी है और एमबीबीएस चिकित्सक गाँवो में काम नही करना चाहता है तो उनकी जगह आयुष चिकित्सकों को 6 माह का कम्युनिटी मेडिशिन का ब्रीज़ कोर्स करवाकर गांव के लोगो के स्वास्थ्य का जिम्मा सोंपा जावें यह बात इंडियन मेडिकल असोशियसन को रास नही आ रही है इस बिल के पास होने पर देश में एमबीबीएस चिकित्सकों का महत्व कम हो जायेगा और आयुष का महत्व बढ़ जायेगा इसी लिए एलोपेथिक चिकित्सक इस बिल का विरोध कर रहें है । इस मोके पर म.प्र.आयुष चिकित्सक कमेटी के प्रवक्ता डॉ गोंविंद मालवीय, डॉ सुरेश सिंदल डॉ हर्षदेव मेहता,डॉ मनोज गोठी, डॉ विजेंद्र सिंह कटारिया, डॉ योगेन्द्र भावसार, डॉ अशोक नेमा,डॉ एम् के खान, डॉ धर्मेन्द्र पाटीदार, डॉ कृपाल सिंह पंवार, डॉ जाजीब खान, डॉ जितेंद्र सोलंकी सहित बड़ी संख्या में जिले भर के आयुष चिकित्सक मौजूद थे ।

Shahzad Khan
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